33 Rajasthan Ke Pashu Mele ke Best Notes

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1 33 राजस्थान के पशु मेले (Rajasthan Ke Pashu Mele)

33 राजस्थान के पशु मेले (Rajasthan Ke Pashu Mele)

राजस्थान सरकार को किस पशु मेले से सर्वाधिक आय होती है ?

Answer:- राजस्थान सरकार को परबतसर पशु मेले (नागौर) से सर्वाधिक आय होती है ।
Rajasthan ke Pramukha Pashu mele राजस्थान के प्रमुख पशु मेले

परबतसर पशु मेला

• परबतसर पशु मेला नागौर में भरता है ।
• यह मेला नागौरी बैंलो के लिए प्रसिद्ध है ।
• राजस्थान सरकार को पशु मेलों में सर्वाधिक आय, इसी पशु मेले से प्राप्त होती है ।
• राजस्थान में सर्वाधिक पशु मेलों का आयोजन नागौर में होता है ।
• यह राजस्थान का सबसे बड़ा पशु मेला है ।
• तेजाजी की याद में पूर्णिमा से भाद्र अमावस्या यह मेला लगता है ।

राजस्थान का सबसे प्राचीन पशु मेला कौनसा है ?

Answer:- राजस्थान का सबसे प्राचीन पशु मल्लीनाथ पशु मेला है ।

मल्लीनाथ पशु मेला

• मल्लीनाथ पशु मेला तिलवाड़ा (बाड़मेर) में चैत्र कृष्ण एकादशी से माघशीर्ष कृष्ण एकादशी से चैत्र शुल्क ।।
• राजस्थान का सबसे प्राचीन पशु मेला है ।
• थारपारकर और काकरेज गाय की नस्ल के लिए प्रसिद्ध है ।

कौनसा मेला गीर गाय व ऊँट के क्रय विक्रय के लिए प्रसिद्ध है ?

Answer:- पुष्कर पशु मेला गीर गाय व ऊँट के क्रय विक्रय के लिए प्रसिद्ध है ।

पुष्कर पशु मेला

• पुष्कर पशु मेला अजमेर में लगता है ।
• यह मेला गीर गाय व ऊँट के क्रय विक्रय के लिए प्रसिद्ध है ।
• यह मेला कार्तिक शुल्क अष्टमी से मार्गशीर्ष कृष्ण दूज (द्वितीय) तक भरता है ।

जसवंत पशु मेला किसकी याद में भरता है ?

Answer:- जसवंत पशु मेला भरतपुर के शासक जसवंत सिंह की याद में भरता है ।

जसवंत पशु मेला

• जसवंत पशु मेला भतरपुर में लगता है ।
• यह मेला भरतपुर के शासक जसवंत सिंह की याद में भरता है ।
• यह मेला हरियाणवी गाय के लिए प्रसिद्ध है ।
• यह मेला आश्विन शुल्क पंचमी से चौदस तक भरता है ।

रामदेव पशु मेले को प्रारम्भ किसने किया था ?

Answer:- रामदेव पशु मेले को प्रारम्भ उम्मेद सिंह (जोधपुर) ने किया था ।

रामदेव पशु मेला

• रामदेव पशु मेला नागौर में लगता है ।
• इस मेले को प्रारम्भ उम्मेद सिंह (जोधपुर) ने किया था ।
• यह मेला मार्गशीर्ष शुक्ल एकम् से पुर्णिमा तक लगता है ।
• यह मेला नागौरी बैलों के क्रय – विक्रय के लिए प्रसिद्ध है ।

बलदेव पशु मेला

• बलदेव पशु मेला नागौर में चैत्र शुक्ल एकम् से पुर्णिमा तक लगता है ।
• नागौरी बैलों के लिए पसिद्ध है ।
• नागौर के किसान नेता बलदेव सिंह की याद में भरता है ।

गोगामेड़ी पशु मेला

• गोगामेड़ी पशु मेला हनुमानगढ़ में भरता है ।
• यह मेला हरियाणवी गाय के क्रय-विक्रय के लिए प्रसिद्ध ।

चन्द्रभागा पशु मेला

• चन्द्रभागा पशु मेला झालरापाटन (झालावाड़) में कार्तिक शुक्ल ग्यारस से माघशीर्ष कृष्ण पंचमी तक लगता है ।
• यह मेला मालवी गाय के क्रय-विक्रय के लिए प्रसिद्ध है ।

गोमतीसागर पशु मेला

• गोमतीसागर पशु मेला झालारापाटन (झालावाड़) में लगता है ।
• यह मेला मलवी गाय के लिए वैशाख शुक्ल तेरस से ज्येष्ठ कृष्ण पंचमी तक लगता है ।
• यह हाड़ौती क्षेत्र का सबसे बड़ा पशुमेला है ।

गधों का मेला

• गधों का मेला लुणियावास (जयपुर) में लगता है ।
• राजस्थान का गधों का सबसे बड़ा मेला है ।

बसन्ती पशु मेला

• बसन्ती पशु मेला रूपवास तहसील (भरतपुर) में लगता है ।

बजरंग पशु मेला

• बजरंग पशु मेला भरतपुर और बाड़मेर में लगता है ।

सेवड़िया पशु मेला

• सेवड़िया पशु मेला रानीवाड़ा (जालौर) में लगता है ।

महाशिवरात्री पशु मेला

• महाशिवरात्री पशु मेला करौली में लगता है ।

बाली पशु मेला

• बाली पशु मेला पाली में लगता है ।

निम्बाज पशु मेला

• निम्बाज पशु मेला पाली में लगता है ।

बदराना पशु मेला

• बदराना पशु मेला नवलगढ़ में लगता है ।

बाबा रघुनाथपुरी पशु मेला

• बाबा रघुनाथ पुरी पशु मेला सांचौर में लगता है ।

आमेट पशु मेला

• आमेट पशु मेला राजसमन्द में लगता है ।

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